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HN डेस्क।

HN डेस्क।

भगवान शिव का पवित्र महीना सावन 10 जुलाई से शुरू हो रहा है । 27 वर्ष बाद ऐसा संयोग बना है कि इस बार सावन भगवान शिव के दिन सोमवार को शुरू होगा और इसका समापन भी सोमवार को ही होगा ।

1990 में ऐसा संयोग बना था. इसे इंदुवार हर्षण योग कहते हैं, पूरे माह में इस वर्ष पांच सोमवार पढ़ेंगे । इस वर्ष सावन माह में सोमवार व्रत का पुण्य हजार गुना अधिक होगा और व्रती पर भगवान शिव की अक्षय कृपा बनी रहेगी.
पहला सोमवार 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है. इस दिन उत्तराषाढा नक्षत्र और वैधृति योग है. दिन के स्वामी चंद्रमा पर देवगुरु बृहस्पति की पूर्ण दृष्टि है. इसलिए इस दिन का व्रत ज्ञान वृद्धि के लिए सर्वोत्तम है. इस दिन व्रत करने से व्यापारिक कार्यों में भी समृद्धि का योग प्राप्त होगा.
दूसरा सोमवार 17 जुलाई को पड़ेगा इस दिन अष्टमी तिथि अश्वनी नक्षत्र और धृति योग है. स्वामी चंद्रमा राज्य स्थान में है इस दिन का व्रत राजकीय कार्यों में सफलता दिलाएगा.
तीसरा सोमवार 24 जुलाई को है इस दिन प्रतिपदा तिथि पुष्प नक्षत्र और सिद्धि योग है. इस दिन का व्रत के स्वामी चंद्रमा के केंद्र गत शरीर पर होने से आरोग्य व वंश वृद्धि के लिए उत्तम रहेगा.
चौथा सोमवार 31 जुलाई को है । इस दिन अष्टमी तिथि स्वाति नक्षत्र और शुभ योग है. दिन के स्वामी चंद्रमा के भूमि-भवन वह सुख के स्थान पर होने से इस दिन के व्रत से भूमि-भवन व भौतिक सुख की प्राप्ति के योग हैं ।
सावन माह का पांचवा व अंतिम सोमवार 7 अगस्त को है. इस दिन पूर्णिमा तिथि श्रवण नक्षत्र और आयुष्मान योग हैं. दिन का स्वामी चंद्रमा के सप्तम स्थान पर होने से विवाह के योग बनेंगे और दांपत्य जीवन में मधुरता व सुख का प्रवेश होगा ।