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नई दिल्ली
ऊर्जा जरूरतों के लिए अभी तक खाड़ी के देशों पर निर्भर भारत ने अब अमेरिका का रुख किया है। भारत का बड़ा आर्म्स सप्लायर अमेरिका अब भारत को तेल भी एक्सपोर्ट करेगा। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक भारत ने अमेरिका से तेल इम्पोर्ट करने के लिए समझौता किया है। तेल की यह पहली खेप अक्टूबर में भारत पहुंचने की उम्मीद है। इस समझौते को पीएम मोदी के हालिया अमेरिका दौरे और ट्रंप के साथ मुलाकात से जोड़ कर देखा जा रहा है।

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (IOC) ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के कुछ ही सप्ताह के अंदर यह समझौता किया है। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका भारत को ऊर्जा उत्पादों के निर्यात पर गौर कर रहा है। 

 

मोदी-ट्रंप मुलाकात


आईओसी के निदेशक (वित्त) ए. के. शर्मा ने बताया, 'हमने उत्तरी अमेरिका से 20 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदा है। इसमें अमेरिकी मार्स क्रूड और 4,00,000 बैरल वेस्टर्न कैनेडियन सिलेक्ट शामिल है।' यूएस मार्स भारी, उच्च सल्फर ग्रेड का क्रूड है जिसका प्रसंस्करण आईओसी की ओडिशा स्थित पारादीप रिफाइनरी में होगा। उन्होंने कहा, 'परिवहन लागत को भी जोड़ा जाए तो अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद हमारे लिए काफी लागत प्रतिस्पर्धी है।' शर्मा ने कहा कि अगर बाजार की स्थिति ऐसी खरीद के लिए अनुकूल रही तो कंपनी अमेरिका से और कच्चा तेल खरीदेगी।

 

पहली बार अमेरिका से कच्चा तेल खरीदेगा भारत,  खाड़ी देशों पर निर्भरता होगी खत्म