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सावन माह की शुरुआत हो चु‍की है, मंदिरों में इसकी तैयारियां भी जोरो-शोरों से हो रही है। हर हिंदू घर में शिव जी को खुश करने के लिये ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई दे रही है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह श्रावन का महीना सबसे पवित्र माना जाता है। कई घरों में लोग आज के ही दिन से हर प्रकार के मांस-मछली खाना बंद कर देते हैं।

ऐसा नहीं है कि मांस मछली खाना अपवित्र है बल्‍कि इससे पेट में संक्रमण पैदा होने के चांस बढ जाते हैं क्‍योंकि इस समय बरसात अपनी पूरे जोश में होती है। बारिश का पानी अपने साथ कई जानलेवा बीमारियां साथ में लक कर आती हैं। पौराणिक संदर्भ में अगर बात करें, तो श्रावण माह को प्‍यार का महीना भी बोला जाता है। व्यावहारिक रूप से यह कई जानवरों के लिये प्रजनन का मौसम होता है।

सावन के सोमवार व्रत कैसे करें? जानिए  विधि !

10 जुलाई-2017 से सावन का महीना शुरू हो रहा है. जिसमें भगवान शिव को पूजा जाता है, कावड़ यात्रा निकाली जाती है, शिवरात्रि मनाई जाती है और हरियाली तीज भी सावन के महीने में ही आती है. तो हम आपको सावन सोमवार व्रत कैसे करने चाहिए, उसकी पूजा विधि क्या है, व्रत कथा क्या है, यह सब बताते हैं.सावन सोमवार व्रत

सावन सोमवार व्रत में पूजा कैसे करें:-

शंकर भगवान को कई नामों से जाना जाता है. जिनमें से एक नाम है भोले भंडारी. शिव शंकर को भोले भगवान के रूप में जाना जाता है. इसलिए इनकी पूजा भी बड़ी सरल है. जैसे साल भर के सोमवार के व्रत में पूजा की जाती है. वैसे ही आप सावन सोमवार व्रत में पूजा करके भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं. शिव भोले के कुछ भक्त सावन के प्रथम सोमवार से प्रारंभ करके नौ या सौलह सोमवार के व्रत भी रखते जो बहुत फलदाई व्रत माने गए हैं.

 सावन का महीना, शिवरात्रि, सोमवार व्रत

भोले भंडारी बहुत दयालु है. इसलिए जिन लोगों के काम में कोई रुकावट आ रही है. वह इस व्रत को रखते हैं. सावन के सोमवार में व्रत रखने से जीवन की कठिनाइयां दूर हो जाती है और सारे मनोरथ पूरे होते हैं.

पूजा विधि:
सुबह सवेरे उठ कर नहा धोकर साफ वस्त्र धारण करें. और दिन में सिर्फ एक बार भोजन ग्रहण करने का संकल्प लें. इस व्रत में अन्न केवल एक समय ही खाया जाता है. आप पूरे दिन व्रत रखकर तीसरे पहर शाम को व्रत खोल सकते हैं.  यदि कोई मनुष्य रख सके तो सावन के सोमवार के व्रत मीठे भी किए जा सकते हैं मतलब आप दिन में नमक का सेवन ना करें सिर्फ फलाहार या कोई मीठा प्रसाद खाएं। सुबह शाम दोनों समय भगवान शिव की पूजा करें.

इसके लिए आप भगवान शिव के साथ माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय की तस्वीर पूजा के स्थान पर रखें. और गंगाजल से स्नान कराएं. इसके बाद भगवान के सामने धूप, दीप, फूल, अक्षत, जल, प्रसाद आदि चढ़ाएं. “ओम नमः शिवाय” मंत्र से जाप करें. फिर प्रसाद से भगवान शिव और माता पार्वती को भोग लगाएं. प्रसाद अपने आसपास के लोगों में बांट दें. और जल को पौधे में समर्पित करें. भगवान शिव के व्रत रखना बहुत आसान है. और साथ ही इन का फल भी अच्छा मिलता है. मंदिर में जा कर विधि विधान से शिवलिंग पर जलाभिषेक करें साथ ही बेल पत्थर, फूल, दीप, धूप, बताशे, चावल, सिंदूर आदि अर्पण करें.

कब-कब है सावन सोमवार व्रत की तारीखें:
इस बार सावन में पांच सोमवारों का विशेष योग बन रहा है. इसलिए भक्तजनों को पांच सोमवार व्रत करने को मिलेंगे. अधिकांश चार सोमवार ही सावन के महीने में आते हैं.

साल 2017 में सावन सोमवार व्रत तारीखें इस प्रकार हैं
पहला 10 जुलाई – 2017
दूसरा 17 जुलाई -2017
तीसरा 24 जुलाई – 2017
चौथा 31 जुलाई – 2017
पांचवा 7 अगस्त – 2017